वर्ण किसे कहते है । वर्ण के भेद, परिभाषा, उदाहरण

Rahul Yadav

वर्ण किसे कहते हैं: हमारे देश की मातृभाषा हिंदी है और हिंदी भाषा  की सबसे छोटी इकाई को वर्ण को कहते है । इस भाषा में  लिपि को देवनागरी के अनुसार लिखित इकाई संकेतों को वर्ण कहा जाता है |  इस भाषा के भाग नहीं किये जाते है और इस के छोटे -छोटे टुकड़े नहीं किये जाएँगे, जैसे कि हिंदी भाषा की इकाई होती है  क, ख, आ, आ, ई, इ, ग आदी। शब्द के अनुसार लिखित इकाई संकेतों को वर्ण कहा जाता है | वर्ण उस हिंदी की मूल इकाई को कहा जाता है। 

उदाहरणस्वरुप :- राम ने आम खाया और हम इस वाक्य को अलग छोटे-छोटे टुकड़े भागो में लिखते हैं, तो यह कुछ इस प्रकार होगा

  • राम  + ने + आम  + खाया।
  • परन्तु जब हम इन छोटे-छोटे टुकड़े  भागो में और भी  टूटे हुए वाक्य  को और भी छोटा करके लिखते हैं, जैसे कि,
  • राम =र +ा+म
  • आम =अ+ ा+म
  • खाया = ख + आ +य + आ

इन सभी टूटे शब्द को मूल इकाइयां कहा जाता है, और उन्हें आगे छोटे छोटे भाग में नहीं लिखा जा सकता। उन सभी मूल इकाइयों को वर्ण कहा जाता है। और हम बताते है कि हिंदी भाषा 1 लिपि देवनागरी में लिखी जाती है | इन भाषाओं में अलग-अलग वर्ण होते हैं। इस प्रकार  हिंदी भाषा में  52 वर्ण कुल होते हैं

वर्णमाला किसे कहते है

इस वर्ण माला के शब्दों को दो भाग में बाटा गया है वर्णमाला के समस्त वर्णों को व्याकरण में दो भागों में विभक्त किया गया है- स्वर और व्यंजन। वर्णमाला स्वर- अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ अनुस्वार- अं विसर्ग- अ: व्यंजन- क, ख, ग, घ, ङ च, छ, ज, झ, ञ ट, ठ, ड, ढ, ण, ड़, ढ़ त, थ, द, ध, न प, फ,ब, भ, म य, र, ल, व श, स, ह,ळ (हाल ही में ळ का समावेश व्यंजनों में किया गया है।) गृहीत- ज़, फ़, ऑ संयुक्त व्यंजन- क्ष, त्र, ज्ञ, श्र स्वर जिन वर्णों का उच्चारण करते समय साँस, कंठ, तालु आदि स्थानों से बिना रुके हुए निकलती है, उन्हें ‘स्वर’ कहा जाता है। व्यंजन जिन वर्णों का उच्चारण करते समय साँस कंठ, तालु आदि स्थानों से रुककर निकलती है भाषा चाहे जो भी हो परन्तु  सभी वर्णों को  एक जगह में व्यवस्थित रूप से लिखा जाता है, और उस शब्द को वर्णमाला कहा जाता हैं |और इन सभी भाषा की अपनी अलग-अलग वर्णमाला होते हैं,यदि  जैसे कि हिंदी भाषा की वर्णमाला कुछ इस तरह है, अ, आ, क, ख, ग, घ, ड़…… तथा अंग्रेजी भाषा की A, B, C, D, E, F, G, H… वर्णमाला कुछ इस तरह होती है, इन को वर्णमाला कहा जाता है

वर्णमाला के प्रकार – Varnamala kitne hote हैं दो प्रकार की होती है

ऊपर हमने आपको वर्णमाला किसे कहते हैं – इसके बारे में बताया है| की हम वर्णमाला के प्रकार के बारे में बताते है जैसे भाषा में दो तरह के वर्ण होते हैं, ठीक उसी प्रकार इंग्लिश भाषा की वर्णमाला में भी दो प्रकार के वर्ण होते हैं, जैसे कि :- हिंदी की वर्णमाला दो होती है जैसे

1. स्वर (Vowel

2. व्यंजन (Consonant)

स्वर किसे कहते हैं एक प्रकार की सरल भाषा है जिस में दूसरे शब्दों का उच्चारण करने में किसी वर्ण की आवश्यकता नहीं होती | स्वर्ण वर्ण के उच्चारण के लिए कंठ तथा तालु का प्रयोग किया जाता है,और  ना की होंठ व जीभ का | जैसे कि अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ इत्यादि। इस भाषा में वर्णमाला में अं और अ: को भी साथ में दो नो प्रकार लिख ते है, परन्तु इस अक्षर  में अं को अनुस्वार और अ: को विसर्ग कहा जाता है।

लेकिन अं और अ: स्वर शब्द नही होते है। हिंदी वर्ण-माला में कुल 11 स्वर होते हैं, जिनमें से अं और अ: ना तो स्वर वर्ण के अंतर्गत आते हैं और ना ही व्यंजन वर्ण के। व्यंजन किसे कहते हैं – जिन शब्दों का उच्चारण करने के लिए स्वर की आवश्यकता होती है उससे  व्यंजन कहते है। हिंदी शब्द की वर्ण-माला  में 33 व्यंजन रहते है , जैसे कि क, ख, ग, घ, ड़, च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ, म, य्, र्, ल्, व् इत्यादि।

 व्यंजन के प्रकार

 1. स्पर्श व्यंजन

स्पर्श व्यंजन – इसका अर्थ यह है,की जिन व्यंजनों को बोलते टाइम जीव मुंह के अंग को स्पर्श करता है जैसे की छूता है कि दांत, होंठ , तालु, कंठ आदि को स्पर्श करती है, तो वह स्पर्श व्यंजन कहलाती है | यह 25 तरह के होते हैं।

2 . अन्त: स्थ व्यंजन

इसका अर्थ होता है, भीतर यानी कि अंदर | कुछ व्यंजनों का उच्चारण करते समय जब वह भीतर ही रहे, यानी मुंह के अंदर ही रहे, तो उसे अन्त: स्थ व्यंजन कहा जाता है | यह व्यंजन मुख्यता चार होते हैं, जैसे कि य, र, ल, व। इन व्यंजनों का उच्चारण कंठ, तालु, जीव और होंठ के परस्पर स्नेह के वजह से होता है | ध्यान देने वाली बात यह है, कि इन व्यंजनों का उच्चारण करते समय यह पूर्ण रूप से उस पर नहीं होता है, इन व्यंजनों को अर्ध स्वर भी कहा जाता है।

3 . ऊष्म व्यंजन

उष्म का अर्थ होता है, गर्म यानी कि इसका मतलब यह हुआ कि इन व्यंजनों को बोलते समय हवा मुंह के विभिन्न भागों से टकराती है और क्लास में गर्मी पैदा कर देती है |

Conclusion:

हम उम्मीद करते हैं की वर्णमाला क्या है, और इसके कितने भेद होते है, इन सभी की जानकारी आपको मिल चुकी होगी । इस लेख में हमने आपके द्वारा पूछे जाने वाले सभी सवालो के जवाब देने की कोशिश की है। यदि अभी भी आपके पास इस योजना से सम्बंधित सवाल है तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। इसके साथ ही आप हमारी वेबसाइट को बुकमार्क भी कर सकते हैं।

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