दोस्तों, इस लेख में आपको पदार्थ के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी। पदार्थ किसे कहते हैं? पदार्थ क्या है? तथा इसका वर्गीकरण किस प्रकार किया जाता है? पदार्थ के बारे में जाने के लिए इसमें को पूरा अवश्य पढ़ें तो आइए सबसे पहले जानते हैं कि पदार्थ किसे कहते हैं।
पदार्थ किसे कहते है?
दोस्तों, हमारी पृथ्वी कई प्रकार के अलग–अलग पदार्थों से भरी हुई है। वह सभी वस्तू जिन्हें हम अपने जीवन में इस्तेमाल करते हैं वह किसी ना किसी प्रकार के पदार्थ से ही बनी होती है। दुनिया की किसी भी प्रकार की कोई भी वह वस्तु जो स्थान घेरती है। तथा वह वस्तु अपनी संरचना में परिवर्तन का विरोधी करती हैं तो उसे पदार्थ कहते हैं जैसे:- जल, हवा, आदि।
सर्वप्रथम भारतीयों और यूनानीयों का यह अनुमान था कि रजिस्ट्री की सभी वस्तुएं पांच तत्वों से मिलकर बनी है। भारत के महान ऋषि के अनुसार प्रकृति के सभी पदार्थ सूक्ष्म कणों से बने हैं जिन्हें परमाणु कहते हैं।
पदार्थों का वर्गीकरण
पदार्थों का वर्गीकरण दो प्रकार से किया जाता है भौतिक वर्गीकरण तथा रासायनिक वर्गीकरण
भौतिक वर्गीकरण:-
पदार्थों का भौतिक वर्गीकरण तीन प्रकार से किया जाता है ठोस
द्रव
गैस।
ठोस:-
पदार्थ की वह अवस्था जिसका आकार तथा आयतन दोनों निश्चित होते हैं उसे ठोस कहा जाता है। जैसे:- लोहा, लकड़ी, बर्फ आदि।
ठोस पदार्थ के गुण:-
1. ठोस पदार्थ की संपिडता कम होती है।
2. ठोस पदार्थों का विसरण नहीं होता।
3. ठोस पदार्थों के कण छोटे–छोटे तथा पास पास होते हैं।
4. ठोस पदार्थों के साथ किसी भी रूप में स्वतंत्र नहीं होते।
द्रव:-
पदार्थ की वह अवस्था इसका आकार और निश्चित होता है तथा आयतन निश्चित होता है वह द्रव कहलाता है। जैसे:- पानी, अल्कोहल तेल आदि।
द्रव पदार्थों के गुण:-
1. द्रव पदार्थों की संपिडता ठोस पदार्थों से कम होती है।
2. द्रव पदार्थों का विसरण होता हैं किन्तु कम।
3. द्रव पदार्थों में कणों की दूरी ठोस पदार्थों के मुकाबले अधिक होती हैं।
4. तरल पदार्थों के कण स्वतन्त्र होते हैं परन्तु पूरी तरह स्वतंत्र नहीं होते।
गैस:-
पदार्थ की वह अवस्था जिसमें पदार्थ का आकार और आयतन दोनों ही अनिश्चित होते हैं वह गैस कहलाता है। जैसे:- हवा, ऑक्सीजन आदि।
गैसीय पदार्थों के गुण:-
1. गैसीय पदार्थो की संपिडता अधिक होती है।
2. गैसीय पदार्थों का विसरण भी बहुत अधिक होता है।
3. गैसीय पदार्थो के कणों के बीच स्थान ठोस और द्रव पदार्थों के मुकाबले बहुत अधिक होता हैं।
4. गैसीय पदार्थो के कण स्वतंत्र रूप में होते हैं।
रासायनिक वर्गीकरण:-
पदार्थों का रासायनिक वर्गीकरण दो प्रकार से किया जाता है शुद्ध पदार्थ तथा मिश्रण।
शुद्ध पदार्थ:- शुद्ध पदार्थ को दो भागों में वर्गीकृत किया जाता है तत्व तथा यौगिक।
तत्व:-
वह शुद्ध पदार्थ जिसे किसी भी प्रकार का कोई भी भौतिक या फिर रासायनिक विधि से दो या दो से अधिक भागों में विभाजित नहीं किया जा सकता और ना ही किसी भी पदार्थ पर योग से उसे बनाया जा सकता है। ऐसे शुद्ध पदार्थ को ही तत्व कहते हैं। जैसे:- चांदी, सोना आदि।
यौगिक:-
यह शुद्ध पदार्थ जिसे रासायनिक रूप से दो या फिर दो से अधिक तत्वों के सहयोग से बनाया जाता जाता है यो कहलाता हैं। जैसे:- जल आदि।
मिश्रण:-
जब दो या दो से अधिक तत्वों या फिर यौगिकों को किसी भी अनुपात में मिलाने से जो तत्व प्राप्त होता है उसे मिश्रण कहते हैं। मिश्रण को भी दो भागो में वर्गीकृत किया जाता है समांगी मिश्रण तथा विषमांगी मिश्रण।
समांगी मिश्रण:-
जब दो पदार्थों को समान अनुपात में मिलाने से किसी सामान मिश्रण का निर्माण होता है। उस मिश्रण के प्रत्येक भाग का गुणधर्म समान होता है। उसे समांगी मिश्रण कहते हैं। जैसे नमक या चीनी का विलयन।
विषमांगी मिश्रण:-
जब दो पदार्थों को अनिश्चित अनुपात में मिलाया जाता है तो विषमांगी मिश्रण का निर्माण होता है। इसके गुण धर्म भी अलग–अलग होते हैं। जैसे:- बारूद आदि।
पदार्थ से जुड़ी कुछ आवश्यक बातें।
1. किसी भी किसी प्रकार का कोई पृष्ठ नहीं होता तथा गैसीय पदार्थों का विसरण भी बहुत अधिक होता हैं।
2. किसी भी पदार्थ के ताप और दाब में परिवर्तन करके उस पदार्थ की अवस्था को बदला भी जा सकता है।
3. पदार्थ के कण बहुत छोटे छोटे होते हैं। तथा इन कणों के बीच स्थान भी होता है।
4. पदार्थ के कण लगातार घूमते रहते हैं तथा एक दूसरे को आकर्षित करते रहते हैं।
5. विभिन्न प्रकार के तत्व और यौगिको को मिलाकर पदार्थ का निर्माण होता है।
निष्कर्ष:-
दोस्तों, उम्मीद है आपको हमारा यह लेख ” पदार्थ किसे कहते हैं” अवश्य पसंद आया होगा इस लेख में विज्ञान के विषय पदार्थ के बारे में बहुत ही सरल भाषा में समझाने की पूरी कोशिश की गई है। आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले। यदि आप इस लेख से संबंधित कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं। या किसी प्रकार का कोई सुझाव देना चाहते हैं तो कमेंट के माध्यम से दे सकते हैं।