गुजराती भाषा की लिपि क्या है | Gujarati Bhasha Ki Lipi Kya Hai

Rahul Yadav

गुजराती भाषा विषय भारत के गुजरात राज्य में बोला जाता है। जिसे प्रत्येक भाषा की एक लिपि होती है इसी तरह गुजराती भाषा की भी अपनी एक लिपि है जिससे गुजराती भाषा निकली है। आज के इस देश में आप जानेंगे क्या गुजराती भाषा की लिपि क्या है? तथा गुजराती भाषा की उत्पत्ति कैसे हुई और गुजराती भाषा से जुड़े कुछ अन्य जानकारियां जिन्हें जाना आपके लिए भी आवश्यक है।  वर्तमान समय में गुजराती भाषा युवाओं के बीच बहुत ही तेजी से लोकप्रिय हो रही है ऐसे में यह जानना भी आवश्यक है कि गुजराती भाषा की लिपि क्या है। गुजराती भाषा से संबंधित जानकारी जानने को इस लेख को पूरा अवश्य पढ़ें।

 गुजराती भाषा की लिपि क्या है?

वैसे तो गुजराती भाषा की लिपि देवनागरी लिपि की पद्धति पर ही आधारित है। गुजराती भाषा में भी देवनागरी लिपि की तरह 52 अक्षर होते हैं। 52 अक्षरों में से 14 स्वर और 38 व्यंजन होते हैं। गुजराती भाषा में अक्षरों के क्रम की व्यवस्था अत्यंत वैज्ञानिक तरीके से की गई है।

गुजराती लिपि में भी दुनिया के सभी भाषाओं के स्वरों को और सभी शब्दों को उनके मूल उच्चारण के साथ अभिव्यक्त करने की क्षमता होती है ऐसी ही क्षमता देवनागरी लिपि में भी देखी जा सकती है।

गुजराती लिपि को हिंदी भाषा की तरह बाएं से दाएं और लिखा जाता है। लेकिन जिस प्रकार से देवनागरी लिपि में शब्दों के ऊपर एक रेखा खींची होती है जिसे हम शिरोरेखा के नाम से जानते हैं वैसी रेखा गुजराती लीपी में नहीं देखी जाती। 

अब आप यह तो जान चुके हैं कि गुजराती भाषा की लिपि क्या होती है आगे आप यह जानेंगे कि देवनागरी लिपि तथा गुजराती देवी में अंतर क्या होता है?

गुजराती भाषा की उत्पत्ति कैसे हुई।

गुजराती भाषा को लिखने के लिए देवनागरी लिपि में परिवर्तन करके गुजराती लीपि मनाई गई गुजराती भाषा को संस्कृत भाषा के द्वारा विकसित एक आधुनिक इंडो आर्यन भाषा माना जाता है। सर्वप्रथम उत्तरी गुजरात और पश्चिम राजस्थान में गुर्जरों द्वारा गुजराती भाषा का इस्तेमाल किया जाता था।

पुरानी गुजराती भाषा का इतिहास 1100 -1500 ईस्वी माना जाता है जबकि मध्यम जाति का इतिहास 1500 – 1800 ईस्वी तक माना जाता है। 1500 ईसवी में गुजराती भाषा राजस्थानी भाषा से अलग हो गई जबकि आधुनिक गुजराती भाषा का इतिहास 1800 ईस्वी से माना जाता है जो कि वर्तमान समय तक जारी है आधुनिक गुजराती के शुरुआती दिनों में गुजराती भाषा में एक बड़ा परिवर्तन किया गया।

गुजराती भाषा में कई ध्वनिविज्ञानी और व्याकरण परिवर्तन किए गए हैं। गुजराती भाषा का जन्म संस्कृत भाषा से हुआ है इसी वजह से यह संस्कृत भाषा की श्रेणी में आती है।

देवनागरी और गुजराती लीपी में अंतर

वैसे तो देवनागरी लिपि और गुजराती लिपि में कई अंतर है लेकिन सबसे बड़ा अंतर यह है कि जिस तरह से देवनागरी लिपि में अक्षर को आधा दर्शाने के लिए उसके नीचे हलंत लगाया जाता है इस तरह आप गुजराती भाषा में नहीं कर सकते। क्योंकि गुजराती भाषा में किसी भी अक्षर को आधा दर्शाने के लिए कोई निर्देशन नहीं दिए गए हैं इसमें सभी अक्षरों को वह पूर्ण ही लिखा जाता है।

उदाहरण के लिए यदि आप हिंदी में “चक्की” शब्द लिखते हैं तो इसमें आपका को आधा अक्षर दर्शाने के लिए हलंत लगाना होता है। लेकिन आपको जब यही शब्द गुजराती में लिखना है तो आप को “चककी” यानि पूर्ण अक्षर लिखने होंगे। क्योंकि गुजराती लिपि में आधे अक्षर को दर्शाने के लिए कोई निर्देश नहीं है।

भले ही गुजराती लिपि की पद्धति को देवनागरी लिपि की तरह ही माना जाता है लेकिन इन दोनों के अक्षर बहुत ही अलग अलग हैं।

जैसे गुजराती लिपि के सभी स्वर देवनागरी लिपि से अलग है। लेकिन गुजराती लिपि में जिन मात्राओं का इस्तेमाल किया जाता है वह बिल्कुल देवनागरी लिपि की तरह ही लगाई जाती है।

देवनागरी लिपि के व्यंजन ण और द के अलावा अन्य सभी व्यंजन गुजराती लिपि के व्यंजन की तरह ही होते हैँ।

जबकि गुजराती लिपि का “द” अक्षर हिंदी के “ह” अक्षर की तरह लिखा जाता है और गुजराती लिपि का “ख” अक्षर हिंदी के “ज” अक्षर से मिलता है। इसीलिए हिंदी भाषा के कई शब्द यदि गुजराती में पढ़े जाए तो उनमें कुछ भ्रम पैदा हो सकते हैं जैसे हिंदी के “दवाखाना” शब्द को “हवाजाना” पढ़ा जा सकता है सिर्फ अक्षरों में ही नहीं बल्कि संख्या में भी गुजराती लिपि हिंदी लिपि भ्रम पैदा कर देती है।

गुजराती बीपी में इस्तेमाल होने वाला व्याकरण क्रम देवनागरी लिपि की तरह ही है मराठी भाषा की तरह गुजराती भाषा को भी हिंदी भाषा की बहन माना जाता है।

देवनागरी लिपि और गुजराती लिपि में अंतर तो आप समझ ही चुके होंगे आगे आप यह जानेंगे कि गुजराती भाषा की उत्पत्ति कहां से हुई।

निष्कर्ष:

आज के इस लेख “गुजराती भाषा की लिपि क्या है” मैं आपने जाना कि गुजराती भाषा की लिपि क्या है? साथ ही आपको यह जानकारी भी दी गई है कि गुजराती भाषा की उत्पत्ति कैसे हुई? तथा देवनागरी लिपि और गुजराती लिपि में क्या अंतर है? इस लेख में गुजराती लिपि और देवनागरी लिपि के बारे में सभी जानकारी देने की पूरी कोशिश की गई है। यदी आप इस लेख से संबंधित किसी प्रकार का और कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं तो कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। उम्मीद है आपको हमारी यह जानकारी अच्छी लगी होगी यदि आपको हमारी यह जानकारी पसंद आई तो आप इस लेख को अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें। 

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